दही एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि है, जिसमें हमें नमक मिलाकर नहीं खाना चाहिए। नमक मिलाने से दही जहर का काम करता है, क्योंकि नमक मिलाने से इसे बैक्टीरिया मर जाते हैं और यह फिर फायदेमंद नहीं रहता है। दही को हमेशा मीठी चीजों, चीनी, गुड़, बूरा, मिश्री आदि के साथ खाना चाहिए।
अगर दही में मिश्री मिलाकर खाएं तो बहुत फायदा होता है। आयुर्वेद में भी इस बारे में लिखा गया है कि दही-मिश्री खाने से शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। दही-मिश्री खाने के प्रथा हमारे देश में सदियो पुरानी हैं। जन्माष्टमी में इसलिए भगवान कृष्ण को दही-मिश्री का भोग लगाया जाता है। पुराने जमाने में अक्सर लोग दही में गुड़ डालकर खाया करते थे। कोई भी दही में नमक डालकर नहीं खाता था।
दही में कई तरह के गुड बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जिन्हें मैग्निफाइंग ग्लास के साथ या लैंस के साथ देखें तो हमें उस पर हजारों बैक्टीरिया तैरते नजर आएंगे। यह सभी बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश करके एंजाइम प्रोसेस को काबू में रखते हैं जिसमें भोजन जल्दी पच जाता है और पेट सेजुड़ी कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है। यही कारण है कि दही में मीठी चीजें डालने से इसमें मौजूद बैक्टीरिया की संख्यां बढ़ जाती है और दही पहले से ज्यादा फायदेमंद हो जाता है। लेकिन हल्की सी मात्रा में दही में नमक मिलाने से टेस्ट थोड़ा अच्छा होता है और नुकसानदायक नहीं होता है। इसके अलावा जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें दही में नमक मिलाकर खाने से बचना चाहिए।
गर्मी या उमस की वजह से होने वाली पसीने की बदबू को खत्म करने के लिए दही सबसे बढ़िया घरेलू उपाय है। गर्मी में दही खाना इसलिए भी सेहतमंद होता है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है, अगर आपको सर्दी, जुकाम और कफ की शिकायत है तो रात में भूलकर भी दही न खाएं। आयुर्वेद के अनुसार रात में दही के सेवन करने से बचाना चाहिए।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता के लिए
हर रोज एक चम्मच दही खाने से भी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं।
दही दांत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम और फॉस्फोरस उपस्थित होता है। ये हड्डियों की मजबूती के लिए भी बहुत फायदेमंद है। ये ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया में राहत देने का काम करता है।
दही में बहुत अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। ये एक ऐसा तत्व है जो शरीर को फूलने नहीं देता है और वजन नहीं बढ़ने देने में सहायक होता है।
दही के अंदर प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले कैल्शियम और फास्फोरस हड्डियों और दांतों को मजबूती देता है।
खाने के साथ दही खाना हर किसी को खूब पसंद होता है। रायता, कढ़ी और छाछ के रुप में हम दही का सेवन अलग-अलग तरीके से करते हैं। दही खाने से पाचन क्रिया बढ़ती है और त्वचा की चमक बनी रहती है। दही में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं।
इन्ही वजह से दही ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन हम में से कई लोग दही खाने का सही तरीका और समय के बारे में नहीं जानते हैं। जैसे की कुछ लोगों की आदत होती है कि वो दही में नमक, मसाले या चीनी मिलाकर खाते हैं पर कितना सही है दही में इन चीजों को मिलाकर खाना? आइए जानते हैं।